माइक और रिचर्ड के लिए--मेरी स्किट
शार्लीन मंडल
मौखिक परीक्षा की स्किट
माइक played by माइक
राम played by रिचर्ड
आशा played by शार्लीन
सीन नंबर एक
स्कूल यार्ड में
आशा: हे, माइक!
माइक: आशा! मैं सोच रहा था कि तुम आज स्कूल नहीं आओगी। पर तुम्हारा भाई कहाँ है?
आशा: राम अभी आया। हम आजकल कैरम के साथ बहुत व्यस्त होते हैं। इस वजह से हम देर से आये। भारत से आने के बाद हमें थोड़ा सा बुरा लग रहा है क्योंकि इस देश में हमारे ख़स दास्त नहीं हैं जैसे भारत में थे। लेकिन कैरम से हमारी जान बच गई। उससे बहुत समय मज़े में बिता सकी।
माइक: कैरन? हमारे स्कूल की कैरन?
आशा: नहीं, नहीं। हमारे स्कूल में तुम कैरम नहीं मिल सकते हो। वह हमारे घर में है।
माइक: क्या बात है! सिर्फ़ तुम्हारे घर में?
आशा: हाँ! ओ, उधर देखो, मेरा भाई आ रहा है। लेकिन वह हाथ ऐसा करते हुए क्यों चलता है?
राम: नमस्ते, माइक। नमस्ते आशा।
माइक: नमस्ते राम। तुमहारे हाथ में कोई दर्द है क्या?
राम: हाँ, बहुत आफ़सोस की बात है। कैरम के टुकड़े मारते मारते ऐसा हो गया। मेरी उँगलियों में बहुत दर्द है।
माइक: क्या?! तुमने कैरन के टुकड़े मारे?
राम: हाँ, बेशक। (घंटी बजती है) ओ, घंटी बजती है। मुझे जल्दी से क्लास जाना है। फिर मिलेंगे!
माइक: (सोचने लगता है, और भोड़ी देर बाद) आशा, क्या मैं कैरन को देख सकता हूँ?
आशा: हाँ, बेशक। क्या तुम डिनर के लिए मेरे घर आ सकते हो, आज रात को?
माइक: हाँ, मैं ज़रुर आऊँगा।
आशा: हाँ, ठीक छह बजे आओ। हमें कैरम मारने से बहुत मज़ा आएगा! अभी मुझे क्लास जाना पड़ेगा—शाम को मिलेंगे। (हाथ उठाकर, उँगलियाँ दिखाकर) और कैरम खेलने के लिए तैयार हो! (आशा चला जाती है)
माइक: (सोच रहा है, और खुद से कहने लगता है) अरे! आशा एक बहुत अच्छी लड़की है, और उसके परिवार वाले भी बहुत अच्छे हैं। लेकिन उसके घर में एक लड़की है, कैरन, और इस लड़की को आशा और राम दोनों मारते हैं। क्या उनकी माँ कुछ नहीं कहती है? क्या भारत में ऐसा होता है? उनको लज्जा नहीं आती, कि उन्होंने मुझे ऐमा चीज़ बतायी? मैं ज़रूर शाम को देखूँगा, बेचारी कैरन को मैं किस तरह से बचा सकता हूँ।
सीन नंबर दो
आशा और राम के घर में
राम: मेरे खयाल में शायद माइक को हमारा भारतीय खाना अच्छा नहीं लगेगा।
आशा: हाँ, मैं भी यही बात सोच रही थी। लेकिन हमारी माँ कमाल का खाना बनाती है, और असल में माइक कैरम खेलने आएगा।
राम: सच? क्या वह कैरम जानता है? यह तो अमेरिकन खेल नहीं है।
आशा: ज़रूर जानता है। लेकिन मुझे लगता है कि शायद उस ने कैरम कभी नहीं खेला।
राम: ओ, तो हमें बहुत मज़ा आएगा!
(डोरबेल की आवाज़ सुनी जाती है। राम दरवाज़ा खोलकर माइक को अंदर लाता है।)
आशा: नमस्ते, माइक। क्या हालचाल है?
माइक: सब ठीक है। पर कैरन यहाँ है?
आशा: हाँ, बेशक। और नहीं तो क्या? कैरम बाद में आएगी—वह हमारे घर में है, लेकिन पहले हमें कुछ खाना चाहिए।
माइक: क्या? आप लोग कैरन के बिना खाते हैं?
आशा: ऊफ़, कैरम के बारे में तुम इतनी चिंता क्यों कर रहे हो? आओ, हम खाना खाएँ।
(आशा, माइक, और राम मेज़ पर बैठते हैं। आशा एक प्याला उटाकर माइक से पूछती है)
आशा: माइक, यह हमारा मनपसंद व्यंजन है—लेडीज़ फ़िंगर। आपको कुछ लेडीज़ फ़िंगर खाना चाहिए। बहुत स्वादिष्ट होता है।
माइक: क्या? तुम लोग सिर्फ़ कैरन को मारने से खुश नहीं हो—तुम औरत की उँगलियाँ भी खाते हो! तुम लोग कितने बुरे हो! सिर्फ़....(प्याले में देखकर)...ओ। (थोड़ी सी हँसने लगता है) मैं मज़ाक कर रहा हूँ। मैं देख सकता हूँ कि तुम्हें ओक्रा पसंद है।
आशा: (राम के कान में फुसफुसाकर कहती है) अरे भाई, माइक का मज़ाक करने का ढंग बहुत अजीब है।
राम: हाँ, क्या बात है—अक्सर वह ऐसा नहीं होता है।
(खाना खत्म करते हैं)
आशा: ठीक है, अभी हम खेल शुरू करेंगे! माइक, क्या तुम कैरम के लिए तैयार हो?
राम: हाँ, हम बहुत ज़ोर से कैरम के टुकड़े मारेंगे। आओ, माइक। कैरम इस कमरे में है।
माइक: Oh God, oh God…
आशा: तुम क्या कह रहे हो?
माइक: कुछ नहीं। सिर्फ़ मुझे कैरन की तरह मत मरो। मैं जान बूझकर आया, कि तुम लोगों के साथ एक लड़की कैरन है, जिसको तुम बहुत ज़ोर से मारते रहते हैं। मैं ने सोचा कि मैं उसको बचाने कि कोशिश करूँगा, लेकिन तुम दो हैं, और मैं सिर्फ़ एक।
आशा: (हँसते हँसते) अरे यार, तुम हमें किस तरह का इंसान समझ रहे हो? कैरन नहीं, कै...रा...म। यह एक खेल है, और भारत में यह एक बहुत ही लोकप्रिय खेल है।
माइक: ओ....ओ! मैं क्या कह रहा था? माफ़ करो। एक बहुत बड़ी ग़लतफहमी हो गयी।
आशा: (हँसते हँसते) कोई बात नहीं। यह तो बहुत मज़ेदार बात है। हम तो इस तरह की चीज़ कभी नहीं कर सकते हैं कि हम एक लड़की को ज़ोर से मारें। लेकिन यह बहुत अच्छी horror story हो सकती है। बुक डील के समय मैं तुम्हें बताऊगी।
(सब हँसते)
माइक: कोई बात नहीं। हम कैरम खेलेंगे! और अगले हफ़्ते तुम लोग मेरे घर आओ, और फिर हम लै़डीज़ फ़िंगर नहीं खाएँगे—हम chicken finger खाएँगे!
आशा और राम: Chicken finger?!
माइक: चिंता मत करो। हम हमेशा एक दूसरे से सीखेंगे, और ज़्यादा अच्छे दोस्त होंगे!